हाथरस में हुए सत्संग भगदड़ हादसे के बाद हर जगह मातम का माहौल है। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसने भी इस हादसे के बारे में सुना, उसकी आंखें भर आईं। देश के कई राज्यों से सत्संग में पहुंचे लोग इस हादसे का शिकार हो गए, जिसके बारे में शायद ही उन्होंने कभी सोचा हो। कई परिवार अपने लापता लोगों को तलाश रहे हैं, जबकि कुछ लोग अपने परिवारों से हमेशा के लिए जुदा हो गए हैं।
हादसे की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि घटनास्थल पर लाशों का ढेर लगा हुआ था। जब ये शव पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे, तो वहां ड्यूटी पर तैनात सिपाही इतने शवों को देखकर इतना घबरा गया कि उसे हार्ट अटैक आ गया। उसे इलाज के लिए ले जाया गया, मगर दुर्भाग्य से डॉक्टर भी सिपाही को नहीं बचा सके। इस सत्संग हादसे ने लोगों के जेहन में इतनी बुरी यादें छोड़ दी हैं, जिन्हें शायद ही कोई जिंदगी भर भुला सके।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए हैं। डीजीपी और गृह सचिव मौके पर पहुंचकर राहत कार्य का जायजा ले रहे हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जताया है और राज्य सरकार के साथ मिलकर पीड़ितों की हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्थिति की सीधी मॉनीटरिंग कर रहे हैं। एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने अगले 24 घंटों में रिपोर्ट मांगी है। मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
राहुल गांधी ने भी हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि घायलों को हर संभव उपचार एवं पीड़ित परिवारों को राहत उपलब्ध कराएं।” उन्होंने इंडिया के सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया है कि राहत और बचाव में अपना सहयोग प्रदान करें।
घटना स्थल पर बिखरी पड़ी लाशें, हर तरफ मची चीख-पुकार और सहमे हुए बच्चों की तस्वीरें इस हादसे की भयावहता को बयां करती हैं। चश्मदीदों ने बताया कि जनसैलाब, भीषण गर्मी, अव्यवस्था और बाहर निकलने का संकरा रास्ता इस हादसे के प्रमुख कारण थे।